Thursday, September 16, 2021

वो वक्त पे बदल जाते हैं
जाने क्यों इतना याद आते हैं
छोटी उम्र के पक्के रिश्ते
बड़े होने पे बिखर जाते हैं
उनके भी कहीं पक्के रिश्ते होंगे
जहाँ वो हमसा सुकून पाते हैं
बिना बात किये पहले दिन जाते थे
अब तो साल गुज़र जाते हैं
वक्त आने पे रिश्ते
क्यों इतना बदल जाते हैं
साथ खेल कर जो बड़े हुए
क्यों बचपन को भूल जाते हैं
छोटी सी बात पे जो लड़ पड़ते थे
अब लड़ना नहीं चाहते हैं
इसे क्या कहे मालूम नहीं कुछ
पर इतना पता हैं आजकल
हलके से तनाव से ही
 रिश्ते बिगड़ जाते हैं ...

Saturday, February 4, 2017

वास्तव में कौन अमीर है -

कोई अमीर या कोई गरीब नहीं होता , अमीरी और गरीबी का तकाज़ा तो केवल मन से है ! धनी वह नहीं जिसके पास धन है , धनी तो वह है जिसके पास परिश्रम , त्याग , प्रेम , दया  है ! यूं तो प्रतेयक व्यक्ति अपने पूरे जीवन काल में इतना धन तो कमाता ही है अगर जिसे जोड़ा जाये तो वह लाखो- करोड़ो में होगा ! धन होते हुए भी उसे किसी के काम में न लाना धन का नाश है , धन न होते हुए भी किसी की सहायता करने को तत्पर रहने वाला ही वास्तव में धनी है ! कुदरत हमें दोनों हाथों से देती है और उसका हिसाब नहीं मांगती उसी तरह ईश्वर हमे दोनों हाथो से इसलिए नहीं देता की हम उसका हिसाब रखे ! इस धरती पर कुछ भी स्थाई नहीं है धन भी नहीं , जीवन भी नहीं तो किस बात का गर्व , आज जो है कल नहीं होगा तो फिर क्यों मेरा और मेरे के वहम में जीते है ! खुद पर धन व्यय करने से जो ख़ुशी मिलती है उस से कही ज्यादा किसी जरूरतमंद पर व्यय करने पे मिलेगी , आप करके देखिये ऐसा न हो ये हो नहीं सकता !